कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाई को छोटा युद्ध कहने पर एनसीपी (सपा) नेता और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। खड़गे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सुले ने कहा कि आतंकवाद से लड़ने के मामले में कोई भी युद्ध छोटा या बड़ा नहीं होता। सुले ने जोरदार बयान देते हुए कहा, “युद्ध तो युद्ध ही होता है – चाहे वह बड़ा हो या छोटा। और यह युद्ध आतंकवाद के खिलाफ था।
सुप्रिया सुले ने साफ तौर पर कहा कि सर्वदलीय बैठक के दौरान, हमने सामूहिक रूप से इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने या इस संवेदनशील क्षण में एक-दूसरे के खिलाफ नहीं बोलने पर सहमति जताई थी। खुद को एक गौरवान्वित भारतीय बताते हुए, सुले ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की। सुले ने कहा, “मैं ऑपरेशन सिंदूर को 100 में से 100 नहीं, बल्कि 100 में से 1000 अंक देती हूं। हमारे सशस्त्र बल सर्वोच्च प्रशंसा के हकदार हैं।”
एनसीपी-एससीपी सांसद सुप्रिया सुले, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न देशों का दौरा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक की सदस्य हैं, ने कहा कि हम पार्टी की ओर से नहीं जा रहे हैं। हम भारत की ओर से अन्य देशों में जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि सर्वदलीय बैठक में यह निर्णय लिया गया कि हम केंद्र सरकार के खिलाफ़ कुछ नहीं बोलेंगे। एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार ने भी कहा कि संसद सत्र बुलाने का यह सही समय नहीं है…ऑपरेशन सिंदूर समाप्त होने के बाद संसद में चर्चा होनी चाहिए। अभी भी ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है।