बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पर कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने नीतीश सरकार पर सवाल खड़े किए है। उन्होंने कहा कि यहां गुंडा राज कायम है। पीएम मोदी यहां आते हैं और कुछ नहीं कहते। पहले वो जंगलराज की बात करते थे, लेकिन अब जंगलराज की तुलना में हत्या की दर में 300 फीसदी से ज़्यादा की वृद्धि हुई है, महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध में 250 फीसदी से ज़्यादा की वृद्धि हुई है और बच्चों से जुड़े अपराध में भी 200 फीसदी से ज़्यादा की वृद्धि हुई है।
अखिलेश प्रसाद सिंह ने दावा किया कि ऐसा कोई ज़िला नहीं है जहां हर दिन हत्या न होती हो। अकेले पटना में 125 हत्याएं हो चुकी हैं। एक साल के अंदर यह अपराध की राजधानी बन गया है। वहीं, चिराग पासवान ने फिर से बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जब सौगात लेकर आ रहे हैं तो उनकी प्राथमिकताएं अलग हैं। वह बिहार को विकसित राज्य बनाने के विजन के साथ काम कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जहां तक कानून व्यवस्था की बात है तो सभी जानते हैं कि यह राज्य सरकार का मामला है। ऐसे में यह कहना उचित नहीं है कि प्रधानमंत्री चिंतित नहीं हैं। हाल के दिनों में जिस तरह से आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं, उसे देखते हुए जिस तरह से पारस अस्पताल में घुसकर हत्या हुई, उसे उचित नहीं ठहराया जा सकता।
चिराग पासवान ने आगे कहा कि हकीकत यह है कि अगर एक भी घटना होती है तो प्रशासन को जिम्मेदारी लेनी होगी। एडीजी यह नहीं कह सकते कि बरसात से पहले ऐसी घटनाएं होती हैं। क्या आप किसानों पर इसका आरोप लगा रहे हैं?… राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि बिहार के लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा हो। इससे पहले चिराग पासवान ने गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के कुछ घंटों बाद चुनावी राज्य बिहार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की।