नई दिल्ली पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के 11 साल पूरे होने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तमाम सवाल उठाए। खरगे ने कहा कि भाजपा-आरएसएस ने हर संवैधानिक संस्था को कमजोर किया है और उनकी स्वतंत्रता पर हमला किया है।
एक ओर मोदी सरकार अपने कार्यकाल के 11 साल पूरे होने पर उपलब्धियों का बखान कर रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 11 वर्षों में देश के लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने को गहरा झटका दिया है।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि सरकार ने 11 साल में संविधान के पन्नों पर केवल तानाशाही की स्याही पोती है। भाजपा-आरएसएस ने हर संवैधानिक संस्था को कमजोर किया है और उनकी स्वतंत्रता पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि चाहे जनमत के खिलाफ जाकर पिछले दरवाजे से सरकारें गिराना हो या जबरन एक दलीय तानाशाही थोपना हो। इस दौरान राज्यों के अधिकारों की अनदेखी की गई और संघीय ढांचा कमजोर हुआ।
खरगे ने दावा किया कि नोटबंदी, गलत जीएसटी, अनियोजित लॉकडाउन और असंगठित क्षेत्र पर हमले ने करोड़ों लोगों का भविष्य बर्बाद कर दिया है। मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, नमामि गंगे और 100 स्मार्ट शहर जैसी योजनाएं फेल हो गईं हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे बर्बाद हो गया है। कांग्रेस-यूपीए द्वारा कड़ी मेहनत से बनाए गए बुनियादी ढांचे के केवल फीते ही काटे गए हैं।
खरगे ने कहा कि लगातार घृणा, धमकी और भय का माहौल फैलाने की कोशिश की जा रही है। दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और कमजोर वर्गों का शोषण लगातार बढ़ा है। उन्हें आरक्षण और समान अधिकारों से वंचित करने की साजिश जारी है। मणिपुर हिंसा भाजपा की प्रशासनिक विफलता का सबसे बड़ा सबूत है।
उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने मिलकर देश की जीडीपी वृद्धि दर को 5-6 प्रतिशत पर रखने की आदत बना ली है। जो यूपीए के दौरान औसतन 8 प्रतिशत हुआ करती थी। हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा पूरा करने के बजाय युवाओं से करोड़ों नौकरियां छीन ली गईं। महंगाई के चलते सार्वजनिक बचत 50 साल में सबसे कम हो गई है और आर्थिक असमानता 100 साल में सबसे ज्यादा हो गई है।