प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर भारत के जवाबी हमले, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को भगवान महादेव को समर्पित किया। इसके साथ ही मोदी ने कहा कि सबको समझ आ रहा है कि पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। लेकिन कांग्रेस और समाजवादी पार्टी, पाकिस्तान के दर्द को बर्दाश्त नहीं कर पा रही हैं। पाकिस्तान रो रहा है, और यहाँ कांग्रेस और समाजवादी पार्टी, आतंकवादियों की हालत देखकर रो रहे हैं। कांग्रेस लगातार हमारी सेना के पराक्रम का अपमान कर रही है। कांग्रेस ने ऑपरेशन सिंदूर को ‘तमाशा’ बताया है।
मोदी ने कहा कि वोटबैंक और तुष्टिकरण की इस राजनीति में समाजवादी पार्टी भी कम नहीं है। उनके नेता सवाल कर रहे थे कि पहलगाम के आतंकवादी इसी दिन क्यों मारे गए? क्या मुझे कोई भी कार्रवाई करने से पहले उनसे फोन करके पूछना चाहिए? कोई भी समझदार व्यक्ति बता सकता है कि क्या हमें आतंकवादियों को मारने के लिए इंतज़ार करना चाहिए? क्या हमें उन्हें भागने का मौका देना चाहिए था? ये वही लोग हैं जो सत्ता में रहते हुए आतंकवादियों को क्लीन चिट दे देते थे, और अब जब आतंकवादी मारे जा रहे हैं तो बौखला रहे हैं। उन्हें ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखने से भी दिक्कत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर हमारे देश के कुछ लोगों को भी पेट में दर्द हो रहा है। ये कांग्रेस पार्टी और उनके चेले-चपाटे, उनके दोस्त… इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। मोदी ने कहा कि शिव का एक रूप कल्याण है, तो दूसरा रूप रुद्र रूप भी है। सामने जब आतंक और अन्याय होता है, तब हमारे महादेव… रुद्र रूप धारण करते हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने भारत का यही रूप देखा है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के स्वदेशी हथियारों की ताकत पूरी दुनिया ने देखी है।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, दुनिया ने हमारे स्वदेशी हथियारों की क्षमता देखी। हमारी वायु रक्षा प्रणालियों, मिसाइलों और ड्रोनों ने, खासकर ब्रह्मोस मिसाइलों ने, ‘आत्मनिर्भर भारत’ की ताकत साबित की है… ब्रह्मोस मिसाइलों का निर्माण अब लखनऊ में होगा। कई बड़ी रक्षा कंपनियाँ यूपी डिफेंस कॉरिडोर में अपने विनिर्माण संयंत्र स्थापित कर रही हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत में निर्मित हथियार जल्द ही हमारी सेनाओं की ताकत बनेंगे।
मोदी ने अपने संबोधन के शुरूआत में कहा कि आज मैं ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार काशी आया हूं। जब 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादी हमला हुआ था। 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उनकी परिवार की पीड़ा, उन बच्चों का दुख, उन बेटियों की वेदना से मेरा हृदय बहुत तकलीफ से भर गया था। तब मैं बाबा विश्वनाथ से यही मना रहा था कि सभी पीड़ित परिवार को इस दुख को सहने की हिम्मत दें। काशी के मेरे मालिकों, मैंने अपनी बेटियों के सिंदूर का बदला लेने का जो वचन दिया था, वो भी पूरा हुआ है। ये महादेव के आशीर्वाद से ही संभव हुआ है।