ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर हमला करने के कुछ दिनों बाद, पड़ोसी देश ने जम्मू-कश्मीर और पंजाब में नागरिक क्षेत्रों और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर “दुस्साहस” किया है। कर्नल सोफिया कुरैशी ने शनिवार को जानकारी दी कि पाकिस्तान तनाव बढ़ाने के आक्रामक इरादे से अग्रिम क्षेत्रों में सैनिकों को भेज रहा है। पाकिस्तान के अकारण हमले को देखते हुए, पठानकोट में जिला प्रशासन ने सभी होटलों को बंद करने और मेहमानों को बाहर निकलने को कहा है।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने यह भी कहा कि यह चिंता की बात है कि लाहौर से उड़ान भरने वाले नागरिक विमानों की आड़ में पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय हवाई मार्गों का दुरुपयोग किया। ताकि वे अपनी गतिविधियों को छिपा सकें। ऐसी रणनीति ने भारतीय वायु रक्षा प्रणाली को नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए बहुत धैर्य के साथ काम करने के लिए मजबूर किया। संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय और भारतीय सेना ने भारी तोपखाने, ड्रोन और मोर्टार का उपयोग करके पाकिस्तान के अंधाधुंध हमले में भारतीय नागरिकों के हताहत होने के बारे में बात की। मारे गए लोगों में जम्मू-कश्मीर सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी, राजौरी में अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राज कुमार थप्पा भी शामिल थे।
भारतीय अधिकारियों ने मीडिया कॉन्फ्रेंस में बताया कि पाकिस्तान की हालिया कार्रवाइयों- खासकर पिछले तीन दिनों में पंजाब में एयर बेस स्टेशनों को निशाना बनाने की कोशिशों को “उकसाने वाली और उग्रवादी” के रूप में देखा जा रहा है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी के साथ मिलकर खुलासा किया कि पाकिस्तान ने भारत के भीतर 26 स्थानों पर हमले किए और अपने सैनिकों को अग्रिम ठिकानों की ओर जुटाना शुरू कर दिया है।