केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव ‘बिहार की खातिर’ लड़ना चाहते हैं, न कि अपने लिए। नालंदा जिले के राजगीर में ‘बहुजन भीम संकल्प समागम’ रैली को संबोधित करते हुए चिराग ने विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक की आलोचना की और उन पर अपने राजनीतिक लाभ के लिए मतदाताओं को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में इंडिया ब्लॉक के झूठे आख्यान से सावधान रहें।
विपक्ष पर सत्तारूढ़ एनडीए के खिलाफ लोगों को गुमराह करने के लिए झूठा आख्यान गढ़ने का आरोप लगाते हुए लोजपा (आरवी) सुप्रीमो ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले, उन्होंने (विपक्ष ने) तर्क दिया कि अगर नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार पीएम चुने गए तो संविधान खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उपस्थित जनसमूह से कहा, “सच्चाई आपके सामने है। विपक्ष इस बार भी बिहार विधानसभा चुनाव में वही खेल खेलने की कोशिश कर रहा है। लेकिन वे अपनी योजना में सफल नहीं होंगे, क्योंकि लोग उनके छिपे हुए इरादे को पहले ही समझ चुके हैं।”
चिराग पासवान ने बिहार में आरजेडी सरकार की आलोचना करते हुए इसे जंगल राज बताया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि बिहार के लोग 1990 के दशक के जंगल राज को वापस लाने के लिए आरजेडी को वोट नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि बिहार के लोग 1990 के दशक के जंगल राज को वापस लाने के लिए आरजेडी को वोट देंगे। बिहार के सभी लोगों को उन अत्याचारों को याद है, जिनका सामना उन्हें करना पड़ा था, जो उनके (लालू यादव) परिवार द्वारा किए गए थे… जो लोग उसके बाद पैदा हुए हैं, उन मतदाताओं, खासकर पहली बार मतदान करने वाले लोगों को इसके बारे में बताया जाना चाहिए।
पासवान ने कहा, ‘‘कई लोग इस बात से घबराए हुए हैं कि मैं बिहार आना चाहता हूं। वे जानना चाहते हैं कि क्या मैं यहां चुनाव लड़ूंगा। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैं बिहार के लिए विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता हूं। ताकि ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ का मेरा सपना साकार हो सके।’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘मेरे रास्ते में बाधाएं खड़ी की जा रही हैं। लेकिन मैं निराश नहीं होने वाला। मेरी पार्टी में विभाजन और मेरे परिवार में दरार पैदा करके मुझे तोड़ने के पहले के प्रयास मुझे हतोत्साहित करने में विफल रहे हैं।