उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पवित्र श्रावण मास में कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। तीर्थयात्रा के महत्व पर ज़ोर देते हुए, उन्होंने अधिकारियों को श्रद्धालुओं के लिए शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण सुनिश्चित करने हेतु सतर्क, संवेदनशील और सक्रिय रहने के निर्देश दिए। सीएमओ ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यात्रा मार्ग पर स्वच्छता, चिकित्सा सेवाएँ, पेयजल, कैंटीन, विश्राम स्थल और शौचालय सहित पर्याप्त व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
योगी आदित्यनाथ ने महिला कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा पर विशेष ज़ोर दिया और महिला पुलिसकर्मियों की प्रभावी तैनाती के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी कैमरों से चौबीसों घंटे निगरानी रखने के निर्देश दिए और खुफिया एजेंसियों को किसी भी तरह की बाधा को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि यात्रा में खलल डालने की किसी भी कोशिश का तुरंत और सख्त जवाब दिया जाना चाहिए। खाद्य सुरक्षा पर ज़ोर देते हुए, उन्होंने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराए जाने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और शुद्धता बनाए रखने के लिए नियमित जाँच करने का निर्देश दिया।
उत्तर प्रदेश सरकार ने सावन माह में शिवभक्तों की आस्था की प्रतीक कांवड़ यात्रा में खासकर महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए करीब 10 हजार महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कांवड़ यात्रा के मार्ग पर महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए करीब 10 हजार महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। पुलिस विभाग ने प्रदेशभर में कांवड़ यात्रा के लिए 66 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की है।