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भगवान जगन्नाथ की ष्बहुदाष् यात्रा या रथ वापसी उत्सव औपचारिक ‘पहांडी’ अनुष्ठान के साथ शुरू हुआ

भगवान जगन्नाथ की ‘बहुदा’ यात्रा या रथ वापसी उत्सव शनिवार को औपचारिक ‘पहांडी’ अनुष्ठान के साथ शुरू हो गया। इस दौरान मूर्तियों को श्री गुंडिचा मंदिर से सारधाबली में खड़े रथों तक औपचारिक यात्रा के जरिये ले जाया जा रहा है। ओडिशा के पुरी में शनिवार को भगवान जगन्नाथ की ‘बहुदा यात्रा’ के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इस यात्रा के साथ ही ‘रथ यात्रा उत्सव’ का समापन हो जाएगा।

भगवान जगन्नाथ की बहुदा यात्रा के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम

अधिकारियों ने बताया कि राज्य पुलिस के कुल 6,000 अधिकारी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के 800 जवान शहर में तैनात किए गए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अप्रिय घटना न हो। उन्होंने बताया कि 29 जून को उत्सव के दौरान गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ में तीन लोगों की मौत हो गई थी। यात्रा के संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि मौसम अनुकूल होने के कारण ‘बहुदा यात्रा’ में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद के साथ विशेष यातायात व्यवस्था भी की गई है।

शुरू हुई भगवान जगन्नाथ की ‘बहुदा यात्रा’

भगवान जगन्नाथ की ‘बहुदा’ यात्रा या रथ वापसी उत्सव शनिवार को औपचारिक ‘पहांडी’ अनुष्ठान के साथ शुरू हो गया। इस दौरान मूर्तियों को श्री गुंडिचा मंदिर से सारधाबली में खड़े रथों तक औपचारिक यात्रा के जरिये ले जाया जा रहा है।

‘पहांडी’ अनुष्ठान दोपहर 12 बजे शुरू होने वाला था लेकिन यह पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे ही शुरू हो गया। इस यात्रा के दौरान भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ को एक-एक करके रथों तक ले जाया जा रहा है। तलध्वज (बलभद्र), दर्पदलन (सुभद्रा) और नंदीघोष (जगन्नाथ) भव्य रथों को भक्त श्री गुंडिचा मंदिर से भगवान जगन्नाथ के मुख्य स्थान तक खींचेंगे, जो लगभग 2.6 किमी की दूरी पर है। भगवान जगन्नाथ मंदिर का निर्माण 12वीं सदी में हुआ था।

मुख्यमंत्री ने ‘बहुदा यात्रा’ के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने ‘बहुदा यात्रा’ के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। माझी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘बहुदा’ यात्रा के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं। भगवान की कृपा से सभी का जीवन सुख, शांति और समृद्धि से भरा हो।’’ ‘पहांडी’ से पूर्व मंदिर के गर्भगृह से मुख्य देवों के बाहर आने से पहले ‘मंगला आरती’ और ‘मैलम’ जैसे कई पारंपरिक अनुष्ठान किए गए।

पुरी के ‘राजा’ गजपति महाराजा दिव्यसिंह देब अपराह्न ढाई बजे से साढ़े तीन बजे के बीच रथों की औपचारिक सफाई करेंगे, जिसे ‘छेरा पहनरा’ के नाम से जाना जाता है। रथ खींचने की रस्म शाम चार बजे होगी। हालांकि, एक अधिकारी ने बताया कि यह अनुष्ठान निर्धारित समय से पहले भी किया जा सकता है।

ओडिशा के पुरी में शनिवार को भगवान जगन्नाथ की ‘बहुदा यात्रा’ के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इस यात्रा के साथ ही ‘रथ यात्रा उत्सव’ का समापन हो जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि राज्य पुलिस के कुल 6,000 अधिकारी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के 800 जवान शहर में तैनात किए गए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अप्रिय घटना न हो।

उन्होंने बताया कि 29 जून को उत्सव के दौरान गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ में तीन लोगों की मौत हो गई थी। यात्रा के संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि मौसम अनुकूल होने के कारण ‘बहुदा यात्रा’ में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद के साथ विशेष यातायात व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने बताया कि भीड़ पर नजर रखने के लिए 275 से अधिक एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

पुलिस महानिदेशक वाईबी खुरानिया के नेतृत्व में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पुरी में ‘बहुदा यात्रा’ को सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए डेरा डाले हुए हैं। खुरानिया ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, “हमने उत्सव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सभी संभव उपाय किए हैं।