बहराइच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में 1243 करोड़ से 384 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया और कहा कि अब बहराइच में गाजी का नहीं महाराजा सुहेलदेव व मंडल में मां पाटेश्वरी का मेला लगेगा।
बहराइच के चित्तौरा झील के तट पर आयोजित महाराजा सुहेलदेव विजयोत्सव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराजा सुहेलदेव के पराक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि अब कहीं भी किसी विदेशी आक्रांता का महिमा मंडन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बहराइच में गाजी का नहीं महाराजा सुहेलदेव का और मंडल में मां पाटेश्वरी का मेला लगेगा।
उसके बाद राम मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या में राम दरबार सज गया। अयोध्या, मथुरा, काशी तथा नैमिषारण्य का सुंदरीकरण कराया गया और अब आज ही के दिन 10 जून 1034 को विदेशी आक्रांता को धूल चटाने वाले महापराक्रमी चक्रवर्ती सम्राट महाराजा सुहेलदेव के विजयोत्सव पर उनकी 17 फुट ऊंची और चालीस फिट लंबी प्रतिमा की स्थापना करने के साथ आजमगढ़ में निर्मित विश्वविद्यालय का नाम महाराजा सुहेलदेव के नाम पर रखा गया। महाराजा सुहेलदेव पर शोध करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करने की योजना शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने महाराजा सुहेलदेव विजयोत्सव में दशकों से अपनी भूमिका निभाने वाले दिवंगत पंडित हनुमान शर्मा, पंडित गुलाब चंद शुक्ल,विहिप के पूर्व अध्यक्ष संतराम सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अन्य सहयोगी मुकुट बिहारी वर्मा, सुरेश्वर सिंह, अक्षयवर लाल गोंड, अर्जुन कुमार दिलीप तथा श्यामकरन टेकड़ीवाल आदि के प्रति आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम को जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर, पर्यटन मंत्री तथा कार्यक्रम के आयोजक जयवीर सिंह, सांसद डा. आनंद कुमार गोंड, सदर विधायक अनुपमा जायसवाल, पयागपुर के विधायक सुभाष त्रिपाठी, महसी के सुरेश्वर सिंह, नानपारा के राम निवास वर्मा बलहा की सरोज सोनकर, एमएलसी पद्मसेन चौधरी व डा. प्रज्ञा त्रिपाठी पूर्व मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा तथा जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह आदि ने संबोधित किया।