मुंबई लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की तरफ से चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों के बाद से उन्हें तमाम विपक्षी नेताओं का समर्थन भी मिलता दिख रहा है। इसमें नया नाम शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत का जुड़ा है, उन्होंने भी राहुल गांधी के दावे का समर्थन किया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ से चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद अब उन्हें तमाम विपक्षी दलों से समर्थन भी मिल रहा है। बता दें कि शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने राहुल गांधी के धांधली के दावे का समर्थन करते हुए कहा, ‘करीब 100 सीटों पर घोटाला हुआ। चुनाव आयोग इस साजिश का हिस्सा था। अगर ऐसा नहीं होता, तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते। राहुल गांधी के पास सबूत हैं।’
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
23 जुलाई को राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि देश में चुनावों की चोरी की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी ने कर्नाटक की एक लोकसभा सीट पर गहराई से अध्ययन किया है और वोट चोरी की पूरी प्रक्रिया का पता लगा लिया है। उन्होंने कहा, ‘कर्नाटक में हमने एक सीट को चुना और उसकी वोटर लिस्ट को डिजिटल फॉर्मेट में कन्वर्ट किया। इस प्रक्रिया में छह महीने लगे। इसके बाद हमें समझ में आ गया कि वोट चोरी कैसे होती है, कौन करता है और नए वोटर्स कहां से लाए जाते हैं।’
जनता के सामने रखेंगे सबूत- राहुल गांधी
राहुल गांधी का कहना है कि ‘हमें इसका कागजी सबूत मिल गया है। हम इसे जनता और चुनाव आयोग के सामने रखेंगे।’ बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नवंबर 2024 में हुए थे और इसके कुछ महीने के बाद से ही कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी की तरफ से चुनाव आयोग पर कई आरोप लगाए जा चुके हैं। उन्होंने ये भी कहा है कि महाराष्ट्र के बाद अब बिहार में वोटों की धांधली की साजिश रची जा रही है, जिसे कांग्रेस सफल नहीं होने देगी।
राहुल के आरोपों पर चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया
वहीं कांग्रेस नेता के ‘वोट चोरी’ वाले बयान पर चुनाव आयोग (ईसी) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। आयोग ने सभी चुनाव अधिकारियों से कहा है कि वे ऐसे ‘गैर-जिम्मेदाराना और निराधार’ बयानों पर ध्यान न दें और पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ अपना काम करते रहें। चुनाव आयोग ने कहा कि इस तरह के आरोप आजकल रोजाना लगाए जाते हैं और इनका कोई ठोस आधार नहीं होता। ऐसे में अधिकारियों को चाहिए कि वे इन बयानों से प्रभावित हुए बिना, ईमानदारी से चुनाव प्रक्रिया को अंजाम दें।