नई दिल्ली संबित पात्रा ने सवाल उठाया कि ‘तेजस्वी यादव ने दो जगहों पर वोट डाला। तो सोचिए उनकी पार्टी के कार्यकर्ता क्या कर रहे होंगे। इसीलिए वो इतने घबराए हुए हैं। क्या तेजस्वी यादव ने 2020 के विधानसभा चुनाव में नामांकन के दौरान गलत हलफनामा दाखिल किया था? क्या उन्होंने शपथ लेकर झूठ बोला था?
बिहार में मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण के मामले पर खूब हंगामा जारी है। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया कि उनका नाम ही मतदाता सूची से गायब है और उन्होंने चुनाव आयोग की एसआईआर की पूरी कवायद को सवालों के घेरे में खड़ा करने की कोशिश की। हालांकि चुनाव आयोग ने तुरंत स्पष्ट कर दिया कि तेजस्वी यादव का नाम नहीं कटा है और वोटर लिस्ट जारी कर दी। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम से पता चला कि तेजस्वी यादव के दो EPIC नंबर हैं। भाजपा ने तुरंत इस मुद्दे को लपकते हुए सवाल किया कि क्या तेजस्वी यादव के पास दो वोटर आईडी कार्ड हैं?
‘तो क्या विपक्ष इसलिए एसआईआर से डर रहा है’
भाजपा ने पूछा, ‘तेजस्वी यादव के पास दो एपिक नंबर थे तो क्या उनके पास दो मतदाता पहचान पत्र हैं? सर्वोच्च नेता के पास 2 EPIC नंबर हैं, तो कार्यकर्ता का हाल क्या होगा? क्या इसीलिए वे एसआईआर से डरते हैं? कांग्रेस और राजद के नेता और उनके कार्यकर्ता, जो बूथ कैप्चरिंग और गुंडागर्दी के दम पर जीतने के आदी थे, उनका पूरा खेल उजागर हो गया है।’
संबित पात्रा ने कहा कि ‘जिस तरह से कांग्रेस और राजद चुनाव आयोग पर तीखा हमला कर रहे हैं, वह भारत को बदनाम करने की एक साजिश है। उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित मतदाता सूची के बारे में मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश की। संबित पात्रा ने सवाल उठाया कि ‘तेजस्वी यादव ने दो जगहों पर वोट डाला। तो सोचिए उनकी पार्टी के कार्यकर्ता क्या कर रहे होंगे। इसीलिए वो इतने घबराए हुए हैं। क्या तेजस्वी यादव ने 2020 के विधानसभा चुनाव में नामांकन के दौरान गलत हलफनामा दाखिल किया था? क्या उन्होंने शपथ लेकर झूठ बोला था?