जयपुर/झालावाड़ झालावाड़ स्कूल हादसे के दौरान मेडिकल रिलीफ काम में बाधा डालने के आरोप में नरेश मीणा को राजस्थान की झालावाड़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
नरेश मीणा को सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में 8 अगस्त तक के लिए ज्यूडिशल कस्टडी में भेजा गया है। दरअसल, SRG मेडिकल कॉलेज, झालावाड़ के प्रिंसिपल और कंट्रोलर तथा हॉस्पिटल अधीक्षक ने अस्पताल परिसर में हुए हंगामे के मामले में FIR दर्ज कराई है। इस एफआईआर में कड़ी से कड़ी सजा देने की भी मांग की गई है।
आरोप है कि नरेश मीणा ने अस्पताल में भारी हंगामा किया, इमरजेंसी और आईसीयू सेवा बाधित की, अस्पताल स्टाफ के साथ हाथापाई और अभद्रता की और अपशब्द बोले। नरेश मीणा के हंगामे के कारण एम्बुलेंस और अन्य इमरजेंसी सेवाएं बाधित हुईं और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मरीजों की शिकायत के बावजूद नरेश मीणा ने हंगामा जारी रखा।
कुछ दिन पहले हुए थे रिहा
इससे पहले टोंक से निर्दलीय विधायक रहे नरेश मीणा को उपचुनाव के दौरान एक SDM को थप्पड़ मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कुछ ही समय नरेश मीणा को सिर्फ इस शर्त पर जमानत मिली थी कि वे अपनी हरकतें दोबारा नहीं दोहराएंगे। मगर, 25 जुलाई को नरेश मीणा झालावाड़ अस्पताल आए और अस्पताल के अंदर धरना दिया, जिस वजह से ICU में भर्ती को आने जाने में परेशान हुई। इसी कारण अब उन पर केस दर्ज हुआ है।